विश्व ब्रह्माण्ड की विशालता के समक्ष मनुष्य का अस्तित्व लघु एवं सीमित है परन्तु इच्छा शक्ति और श्रेष्ठ संकल्प के बल पर वह एवरेस्ट की ऊँचाइयों को छू लेता है और समुन्द्रों की गहराइयों को माप लाता है | मार्ग में आने वाली बाधाएँ तथा कठिनाइयाँ भी शेरे दिल पथिक को किसी भी प्रकार विचलित नहीं कर पाती है | यह तो अकाट्य सत्य है कि लक्ष्य जितना महान होगा, उतना ही दूरस्थ होगा तथा उसकी प्राप्ति भी उतनी ही कठिन और संकट-सकुल होगी | अतः हमें नवयुवकों को परिश्रमी, निडर और उत्साही बनाने की आवश्यकता है| आज का युग विज्ञान का युग है| चारों और नवीन अनुसंधानों एवं आविष्कारों की धूम मची है | विभिन्न तकनीकी उपकरणों के माध्यम से नित नए ज्ञान के द्वारा हमारे विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं| ऐसे में आने वाली पीढ़ी को सही दिशा ज्ञान देने के लिए श्रेष्ठ शिक्षा केन्द्रों का होना बहुत जरुरी है |
हमारे महाविद्यालय का यही उद्देश्य है की युवाओं को इस प्रकार से शिक्षित किया जाए कि वे जीविकोपार्जन के साथ - साथ देश एवं समाज के लिए भी कुछ का गुजरने का जज्बा रख निरन्तर उन्नति पथ पर अग्रसर हों | मैं नए सत्र में आप सभी को अपनी मंगल कामनाएं अर्पित करता हूँ |
मनीष उपाध्याय
अध्यक्ष , श्री बालाजी संजीवनी
एज्युकेशनल सोसायटी, बिजयनगर